त्योहार से पहले महंगी होगी खाने की थाली, आलू-प्याज की कीमतें छुएंगी आसमान, पढ़ें रिपोर्ट:-हेल्लो दोस्तों बढती जनसंख्या का असर दिखाई देने लगा हैं भारत ने चीन जैसे देश को जनसंख्या के मामले में पछाड़ कर दुनिया में नम्बर 1 की रेंकिंग हासिल कर ली हैं बढती जनसंख्या के कुछ लाभ है तो नुक्सान भी हैं जैसे की बढती जनसंख्या के कारण उत्पादो की मांग बढती है लेकिन कुछ कच्चे माल के स्रोत सिमित है इस कारण मांग के अनुपात में पूर्ती नहीं हो पाती जिससे महंगाई बढती हैं इसी क्रम में भूमि भी सिमित है और जनसंख्या के बढ़ते भोझ के कारण खेती की जमीन भी दिनों दिनों कम होती जा रही हैं और कृषि भूमि आबादी भूमि में बदलती जा रही हैं इससे नई समस्या खड़ी हो गयी हैं कि जनता की मांग के बराबर राशन की आपूर्ति कैसे की जाए इस कारण रोजमारा की आवश्यकता की वस्तुए भी महंगी हो गई हैं उसमे भी कभी अकाल तो कभी अतिवृष्टि के कारण स्थिति और भी बतर हो जाती हैं इसी से सम्न्धित हाल ही में एक रिपोर्ट आयी हैं आइये जानते है क्या है रिपोर्ट क्या असर डालेगी आम आदमी के जीवन पर वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं
त्योहार से पहले महंगी होगी खाने की थाली
लगातार बढ़ती महंगाई के कारण हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं खाने पीने की वास्तु से लेकर पहनने तक की वस्तुओ के दामो में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रहा है बात करे इस समय की तो आलू प्याज के दामो में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है
जैसे ही सब्जियों की दाम बढ़ते है वैसे ही खाने की थाली भी महंगी होने लगती है जिसमे भी इस समय शादियों का सीजन चल रहा है जिसका प्रभाव सब्जियों की कीमतों पर भी पड़ना तय हैं इसका साफ़ अर्थ है कि आने वाले समय में भी बढ़ रही कीमतों में राहत के संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं
जाने सरकार द्वारा जारी नई रिपोर्ट में क्या है
सब्जियों के दाम में आई तेजी का एक कारण केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा वर्ष 2023 से 2024 के लिए बागवानी फसलों के उत्पादन में कमी आने का अनुमान पेश करना भी है वित्तीय वर्ष 2023 से 2024 में प्याज का उत्पादन लगभग 254 लाख 73 हजार टन रहने की उम्मीद है जो कि बीते वर्ष 302 लाख 8 हजार टन से काफी कम है इस वर्ष महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और राजस्थान में उत्पादन में भारी कमी देखने को मिल सकती है
अन्य भी है कई कारण
मीडिया रिपोर्ट के ज़रिये प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में विदेश व्यापार महानिदेशालय की तरफ से एक सूचना जारी की गई जिसमें केंद्र सरकार ने नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के ज़रिये बांग्लादेश को 50,000 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी है इसके बाद से ही सब्जी मंडी में अचानक प्याज के दामो में बढ़ोतरी होने लगी हैं मंडी में कीमते 200 से 300 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ चुकी है
कितनी बढ़ गई कीमतें
इस समय बाजर में मांग काफी बढ़ चुकी हैं उत्पादन कम हुआ है इस पर भी सरकार ने निर्यात पर से बैन हटा दिया है सरकार के इस फैसले के पश्चात बड़े व्यापारी ज्यादा पैसा कममाने के लिए प्याज को एक्सपोर्ट कर रहे हैं एक रिपोर्ट के की माने तो एक सप्ताह पहले जिस आलू की कीमत 10 से 15 रुपए थी वह 20 से 30 रुपए के बीच पहुँच गई है प्याज का भी कमोबेश यहीं हाल है प्याज 15 से 20 रुपए के मुकाबले बढ़कर 30 से 35 रुपए हो गया है