प्रॉपर्टी, गोल्ड या शेयर बाजार नहीं! भारत के सबसे अमीर लोग यहां लगाते हैं पैसा:-हेल्लो दोस्तों क्या आप जानते हैं कि सबसे अमीर लोग अपने पैसे कहां लगाते हैं यदि आपसे पूछा जाए कि अमीर लोग अपना पैसा कहां लगाते हैं तो अधिकतर लोगों का जवाब होगा प्रॉपर्टी, गोल्ड और शेयरों में क्या यह सच है हां कुछ हद तक ही ऐसा नहीं है कि अमीर भारतीय सिर्फ इन क्षेत्रों में ही इन्वेस्ट करते हैं इसके अलावा भी अमीर लोग कुछ और स्थानों पर भी पैसा लगाते हैं आखिर ऐसी कौनसी चीजे है जिसमें अमीर लोग पैसे लगाते हैं नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि देश के दौलतंद लोग अपनी इन्वेस्टमेंट योग्य संपत्ति का 17 फ़ीसदी कुछ खास लग्ज़री सामानों पर लगाते हैं आइये जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से कि आखिर क्या है ये लग्जरी आयटम
नाइट फ्रेंक की रिपोर्ट के मुख्य तथ्य
नाइट फ्रेंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बेहद दौलतमंद लोग लग्जरी संपत्तियों में इन्वेस्ट कर रहे हैं जिनमें अमीर भारतीयों के बीच लग्जरी घड़ियां इन्वेस्ट का पहला पसंदीदा ऑप्शन हैं उसके बाद वाइन, दुर्लभ व्हिस्की, फर्नीचर, रंगीन हीरे और सिक्कों में भी निवेश कर रहे हैं अमीर लोगों को महंगे सामान रखने का शौक होता हैं इसमें उनकी प्राथमिकता लग्जरी घड़ियां होती हैं इसके बाद कलाकृतियों और ज्वैलरी का नंबर आता है रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक ने बुधवार को द वेल्थ रिपोर्ट-2024 जारी की जिसमे ये सब खुलासे हो पाए
निवेश का सबसे पसंदीदा ऑप्शन
नाइट फ्रेंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अति धनि वर्ग वाले दौलतमंद लोग लग्जरी संपत्तियों में इन्वेस्ट कर रहे हैं इनमें अमीर भारतीयों के बीच लग्जरी घड़ियां इन्वेस्टमेंट का पसंदीदा ऑप्शन हैं इसके पश्चात कलाकृतियां और आभूषण आते हैं क्लासिक कारो का स्थान चौथे नंबर पर हैं इसके पश्चात लग्जरी हैंडबैग, वाइन, दुर्लभ व्हिस्की, फर्नीचर, रंगीन हीरे और सिक्कों का स्थान आता है
हालांकि वैश्विक स्तर पर भी मंथन किया जाए तो बेहद अमीर लोगों की पसंद लक्जरी घड़ियां और क्लासिक कारें ही हैं नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने अपनी रिपोर्ट में कहा भारत के उच्च आय वर्ग ने लंबे समय से विभिन्न श्रेणियों में संग्रहणीय वस्तुओं के प्रति इंटरेस्ट दिखाया है घरेलू और वैश्विक दोनों बाजार ऐसी वस्तुओं के लिए बहुत अधिक रिटर्न की पेशकश करते हैं
भारत के उच्च आय वर्ग सक्रिय रूप से इस बात पर ध्यान दे रहा है उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न आयु वर्ग में दुर्लभ संग्रहणीय वस्तुओं की मांग बढ़ रही है बैजल ने अपनी रिपोर्ट में कहा जैसे जैसे देश में संपत्ति बढ़ती जा रही है हम इन परिसंपत्ति वर्गों में और इन्वेस्ट की उम्मीद कर सकते हैं